तुलसी खाने के फायदे : तुलसी का उपयोग पूजा पाठ में किया जाता है साथ ही साथ इसे एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में जाना जाता है इसके कई सारे फायदे हैं
तुलसी खाने के फायदे
तुलसी का उपयोग धार्मिक स्थलों में किया जाता है इसका उपयोग सदियों से घरेलू उपचार में भी किया जाता है आयुर्वेद के अनुसार इसे एक बहुत ही महत्वपूर्ण औषधि के रूप में जाना जाता है और इसका एक विशेष स्थान है तुलसी के पौधे को चाय रस और पाउडर के रूप में उपयोग किया जाता है तुलसी के अंदर कई प्रकार के विटामिंस और मिनरल्स पाए जाते हैं इसमें मुख्य रूप से विटामिन कैल्शियम जिंक और क्लोरोफिल पाया जाता है साथ ही साथ ही इसमें citric acid, tetric acid, maleic acid पाया जाता है
तुलसी की प्रजातियां
भारत में तुलसी की तीन प्रकार की प्रजातियां पाई जाती हैं जिसमें पहले नंबर पर मिलने वाली प्रजाति को रामा तुलसी या श्री तुलसी के नाम से जाना जाता है यहीं पर दूसरी प्रजाति में आने वाली तुलसी को श्यामा तुलसी कृष्णा तुलसी के नाम से जाना जाता है और यहीं पर तीसरे तरह की तुलसी की बात की जाए तो इसे वन तुलसी के नाम से जाना जाता है
रामा तुलसी की पत्तियां अक्सर हरे रंग की होती हैं यहीं पर रामा तुलसी या कृष्णा तुलसी के नाम से जानी जाने वाली प्रजाति के तुलसियों की पत्ती हल्के जामुनी रंग की होती हैं और वन तुलसी की पत्तियां गहरे हरे रंग की पाई जाती हैं
खाली पेट तुलसी खाने के फायदे
तुलसी के पत्ते का खाली पेट सेवन करने से आंतरिक और बाहरी दोनों रूप से फायदा मिलता है काफी लंबे समय से तुलसी के पत्तों को जड़ी-बूटी के रूप में उपयोग किया जाता है सुबह के समय तुलसी के पत्ते का सेवन करने से इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है तुलसी के पत्तों में एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो संक्रमण से लड़ते हैं और शरीर को मजबूत बनाने में मदद करते हैं
- सुबह-सुबह तुलसी के पत्ते का सेवन करने से इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है
- तुलसी के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल के द्वारा होने वाले नुकसान से बचाता है
- तुलसी के पत्ते सूजन और तनाव दूर करने में भी काफी मदद करते हैं
- तुलसी के पत्ते में एंटीकार्सिनोजेनिक और एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं जो धमनियों में रक्त प्रवाह को सीमित करके ओरल और ब्रैस्ट कैंसर को रोकने में मदद करते हैं
- सुबह के समय तुलसी के पत्तों का सेवन करने से ब्लड कैंसर की रोकथाम की जा सकती है
- यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी काफी ज्यादा फायदेमंद होता है
- तुलसी के पत्ते को खाने से शरीर में कार्बोहाइड्रेट और फैट का मोटोबोलिजम सही रहता है
- इससे खून में मौजूद शुगर शरीर को एनर्जी देने में मदद करता है
- तुलसी के पत्ते कैफीन विटामिन सी सिनाॅल और eugenol मौजूद होते हैं जो फेफड़ों में होने वाले कैंसर से बचाव करते हैं
- यदि इस स्मोकिंग के कारण किसी व्यक्ति के फेफड़े में संक्रमण हो गया है तो उससे भी बचाव के लिए तुलसी का पत्ता काफी ज्यादा फायदेमंद होता है
- जोड़ों के दर्द में होने वाली समस्या का निदान भी तुलसी के पत्ते के द्वारा किया जा सकता है साथ ही साथ यदि जोड़ों में सूजन है तो उसके लिए भी तुलसी का पत्ता कारगर साबित होता है
- तुलसी के अंदर सूजन कम करने वाले एंटी ऑक्सीडेंट उपलब्ध होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं
- तुलसी का पत्ता गठिया के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होता है
तुलसी के पत्ते देते हैं तनाव में राहत
आज के समय में हर व्यक्ति इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में काफी ज्यादा तनाव में रहता है ऐसे में यदि वह व्यक्ति तुलसी के पत्तों का सेवन करता है तो तनाव में राहत मिल सकती है क्योंकि तुलसी के पत्ते में स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टिसोल के लेवल को कंट्रोल करने के गुण पाए जाते हैं जिससे कि स्ट्रेस कम होता है कॉर्टिसोल का लेवल कम होने से तनाव दूर होता है और इससे भी मुक्ति मिल जाती है जिसके कारण व्यक्ति को बेचैनी दूर करने में और मूड फ्रेश करने में काफी ज्यादा मदद मिलती है
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तुलसी के पत्ते पाचन क्रिया को तंदुरुस्त रखते हैं
यदि किसी व्यक्ति को पाचन संबंधी समस्या है तो तुलसी के पत्ते का सेवन करने से पाचन क्रिया को मजबूत बनाया जा सकता है तुलसी डाइजेशन के लिए जरूरी गैस्ट्रिक जूस को जारी करने के लिए शरीर को उत्तेजित करती है जिससे जिससे पाचन आसानी से होता है यानी कि व्यक्ति के द्वारा ग्रहण किया गया भोजन आसानी से पच जाता है और तुलसी का लगातार सेवन करने से धीरे-धीरे आपकी पाचन क्रिया मजबूत हो जाती है तुलसी के पत्ते लीवर और ब्लैडर को डिटॉक्स करने में भी मदद करते हैं
सर्दी और खांसी के लिए फायदेमंद है तुलसी के पत्ते
तुलसी में पाए जाने वाले यूजिनॉल और एंटीऑक्सीडेंट बलगम और म्यूकस को बाहर निकालने में मदद करते हैं साथ ही साथ तुलसी की चाय में एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज भी होती हैं जिससे सर्दी खांसी के लक्षणों को दूर करने में मदद मिलती है
मुंह में छाले खत्म करने के लिए वन तुलसी का प्रयोग : मुंह में होने वाली समस्याओं को खत्म करने के लिए तुलसी किसी वरदान से कम नहीं है मुंह में अक्सर तीन प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती हैं जिनमें दांतों का सड़ना मुंह में छाले और सांसो में बदबू आना इन तीनों समस्याओं को सिर्फ एक तुलसी के द्वारा खत्म किया जा सकता है जिसके लिए सबसे पहले वन तुलसी के पत्तों को छाया में सुखाकर पाउडर बनाया जाता है और सुबह के समय ब्रश करते समय 1 ग्राम तुलसी के पाउडर में 1 ग्राम सरसों का तेल मिलाकर ब्रश करने से यह तीनों समस्याएं पूरी तरह से खत्म हो जाती हैं
निष्कर्ष
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हिंदू धर्म में तुलसी को सभी धार्मिक स्थलों में प्रयोग किया जाता है और आयुर्वेद के अनुसार किसे एक औषधि के रूप में जाना जाता है इसके कई सारे अन्य गुण भी हैं जिसे अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग रूप में उपयोग किया जाता है
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